पती - पत्नी में फर्क - इस वाक्य के कई मायने बनते हैं। असल में यहां पर मैं सिर्फ दो के बारे में ही बात कर रहा हूँ।
- पती - पत्नी की कुशलता में फर्क
- पती - पत्नी के स्वभाव में फर्क
कारण चाहे जो भी हो, अगर दोनों में एक ज्यादा और एक कम है तो दोनों की लाइफ अधूरी है। फिर चाहे वो दोनों एक दूसरे को कितना ही पसंद करते हों।
असल लाइफ में दोनों समान नहीं होते पर अगर दोनों की आपसी समझ या सोच मिलती है तो एक की कुशलता दूसरे की अकुशलता को कवर लेती है।
इसी तरहं से अगर पती - पत्नी में एक दूसरे के लिए करुणा भाव है तो एक के गर्म स्वभाव को दूसरे का ठंडा स्वभाव बर्दाश्त कर लेता है और गर्म स्वभाव वाले को भी अपने जैसा करने की कोशिश करता है।
Comments
Post a Comment